BAAP THA AMBEDKAR (बाप था अम्बेडकर) LYRICS IN MARATHI/HINDI - शुभम बारोथ Lyrics
● Song Details in Hindi/Marathi
| Singer | शुभम बारोथ |
| Composer | वैभव लोंढे |
| Music | शुभम बारोथ |
| Lyrics | शुभम बारोथ |
● Song Details in English
| Singer | Shubham Baroth |
| Composer | Vaibhav Londhe |
| Music | Shubham Baroth |
| Lyrics | Shubham Baroth |
| Song | Baap tha Ambedkar |
यह भीम गीत शुभम बारोथ द्वारा लिखा और गाया गया है,इसके लिरिक्स भी शुभम द्वारा लिखे गए है। बाप था अम्बेडकर बहुत ही कम समय मे यु ट्यूब पर प्रचलित हुआ था।
भीम था रखवाला,उसने हमें संभाला
पैरो से निकाला,जंजीरो का जाला
पहले जाते जहाँपर,अंधेरा ही काला
अब जाए जहापे,वहां नीला उजाला
आए कितने सारे,गांधी टोपीवाले
आए कितने सारे,गांधी टोपीवाले
झुका नही कभी सर...पर झुका नही कभी सर
झुका नही कभी सर...क्योंकि बाप था अम्बेडकर
झुका नही कभी सर...क्योंकि बाप था अम्बेडकर
चल चल चल...सा# निकल...
चल चल चल...सा# निकल.....
दुश्मन भागे भीतर....
चल चल चल...सा# निकल... ।।धृ।।
दलितों का उसने उद्धार कराया
अपने अधिकारों से लड़ना सिखाया
दलितों का उसने उद्धार कराया
अपने अधिकारों से लड़ना सिखाया
जातीवादी की खोदी कबर
मनुवादी का फोड़ा रे सर..
ना है किसीका डर..
क्योंकि बाप था अम्बेडकर
ना है किसीका डर..
क्योंकि बाप था अम्बेडकर ।।१।।
ना कोई ढाल ना रे तलवार
अपने कलम से उसने
लिखा संविधान
ना कोई ढाल ना रे तलवार
अपने कलम से उसने
लिखा संविधान
बतायीं जीने की कदर
सिखाया जीने का हुनर
निर्भय - निडर ये सफर
क्योंकि बाप था अम्बेडकर
निर्भय - निडर ये सफर
क्योंकि बाप था अम्बेडकर ।।२।।
चाहिए हमको बुद्ध की शांति
लाखो दिलों में फिर,उठेगी क्रांति
चाहिए हमको बुद्ध की शांति
लाखो दिलों में फिर,उठेगी क्रांति
शुभम का वंदन बाबा भीम जी को
जिन्होंने जीना सिखाया
जातिवादी की ये दीवारे तोड़कर
मानवता को हे जगाया
शुभम का वंदन बाबा भीम जी को
जिन्होंने जीना सिखाया
जातिवादी की ये दीवारे तोड़कर
मानवता को हे जगाया
जय...जय भीम
जय...जय भीम
जय...जय भीम.. ।।३।।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubt , please let me know